कोरोना वायरस, जिसकी शुरुआत पिछले साल चीन के वुहान प्रांत के सीफ़ूड और पोल्ट्री बाजार मे हुई है, आज दुनिया भर के लिए एक घंभीर मामला बन गयी है | यह वायरस आज तक 70 देशों में फैलने के बाद, करीबन 3 हज़ारों कि मौत और 10 हज़ार से ज़्यादा लोगो के बीमारी कि वजह बन चुकि है | क्या है यह वायरस, इसकि शुरुवात कैसे हुई, कैसे बन गयी यह एक ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी, अपने आप और अपने परिवार वालो को कैसे बचा सकते है इस वायरस से, क्या इस वायरस का कोई इलाज है? यह सब प्रश्नो का जवाब और इस वायरस कि पूरी जानकारी जानने के लिए आगे पढ़ें |
कोरोना वायरस के लक्षण एक मामूली ज़ुखाम से लेकर ज़्यादा गंभीर रोगों कि वजह हो सकती है जैसे कि मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV) | कोरोना वायरस ज़ूनोटिक (zoonotic) है जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग | यह वायरस से इंसान और जानवर दोनों भुगत सकते है | यह वायरस को अभी “SARS-CoV-2” का नाम रखा गया है और इसकि वजह से आने वाली बीमारी को “Corona Disease 2019” जिसका सक्षिप्त नाम “COVID-19” है |
इस वायरस के बारे में सबसे पहले चीन के वुहान प्रांत में पता चला है जिसके बाद इसकि पहुंच करीबन 70 देशों में पायी जा रही है | 23 जनवरी को, चीन कि गवर्नमेंट अधिकारियो ने बाकी देश और दुनिया से वुहान को, जिसकी जनता संख्या करीबन 1 करोड कि है, काट डाला और वहा से आने जाने वाले सभी ट्रांसपोर्ट को बंद करवा दिया गया |
जापान, साउथ कोरिया, थाईलैंड, ताइवान, यूनाइटेड स्टेट्स कि देशों में यह वायरस का प्रवेश और संक्रमण जनवरी के 20 तारीख के बाद हो गया था |
जनवरी, 30, 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ‘WHO’ ने इस वायरस ऑउटब्रेक को सामाजिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित कर दिया, जो कि एक अंतर राष्ट्रीय चिंता का कारण है |
क्या है कोरोना वायरस के लक्षण ?
कोरोना वायरस से पीडित जनो के लक्षण, अनावरण होने के 2 से 14 दिनो के बाद दिखाई देते हैं | यह लक्षण अधिकतर सौम्य होते है और सामन्य रूप मे इनकी उपेक्षा कि जाती है | कुछ लोग के संक्रमित होने के बावजूत, इनमे कोई लक्षण दिखाई नही देते है | कोई लक्षण ना दिखने पर भी ये संक्रमण हो सकते है। आपके शरीर की वायरल लोड (वायरस की संख्या) एक गंभीर लक्षण वाले बयक्ति के सामान हो सकते है। इसका मतलब है कि आप उतना ही संक्रमण के संकट में हैं जितना के COVID-19 के सीरियस पेशेंट हैं। 80 प्रतिशत लोग किसी विशेष इलाज के बिना भी ठीख हो जाते है। यदि आप हाल ही में COVID-19 कन्टेनमेंट ज़ोन से यात्रा करके लौटे हैं, तो आपके साथ साथ उन सभी लोगो को यह संक्रमण हो सकता हैं जो आपके या आपके परिवार के संपर्क में आएं है। ऐसे स्थिति में 14-21 दिन की सेल्फ-क्वारंटाइन (स्वयं संगरोध) करना आवश्यक है।
कोरोना वायरस से पीड़ित लोगो के लक्षण कुछ इस तरह के होते है –
- बुखार
- थकान
- सुखी खासी
- नाक का बंध होना
- बेहति नाक
- गले कि खराश
- सांस लेने मे कठिनाई
कैसे फैलता है कोरोना वायरस ?
पहले से इस बिमारी से पीडित लोगो से नज़दीकी बनाये रखने से यह वायरस फैलता है | जब इस बीमारी के मरीज़, के खांसने से या छींकने से आती बूंदों के गिरने के स्थान या वस्तु के साथ संपर्क करके, अपने आँखों को या नाक को या मुँह को छूने से यह वायरस शरीर मे प्रवेश करता है | इन बूंदों को सांस लेने से भी यह वायरस के शिकार बन्न सकते है | इस बिमारी से प्रभावित लोगो से 1 मीटर (3 feet) दूरी बनाई रखनी चाहिए |
आपकी नाक और मुंह अतिसंवेदनशील हैं
2020 की एक रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि यह कोरोना वायरस गले और शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में आपकी नाक और मुंह में ज़्यादा जाने की सम्भावना होती है। आपके आस-पास की हवा में छींकने, खांसने या सांस लेने की संभावना अधिक हो सकती है।
यह तेजी से शरीर के माध्यम से यात्रा कर सकता है
यह कोरोना वायरस अन्य वायरस की तुलना में तेजी से शरीर के माध्यम से यात्रा कर सकता है। चीन के डेटा में पाया गया कि लक्षण शुरू होने के 1 दिन बाद ही COVID-19 वाले लोगों के नाक और गले में वायरस का संक्रमण मिला है।
क्या है भारत मे कोरोना वायरस का हाल ?
5 मार्च तक, भारत मे कोरोना वायरस के 30 पुष्ट किये हुए केसेस पायी गयी है: जयपुर मे 17, दिल्ली और NCR क्षेत्र मे 3, आगरा मे 6, तेलंगाना मे 1 और केरला मे 3. दर्ज किये गए मामलो को अस्पतालों मे अलगाव मे रखा गया है |
प्रधान मंत्री का कार्यालय, स्वास्त्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और कैबिनेट सचिव इस परिस्थिती मे कडी निगरानी रख रहे है |
क्या कोई वैक्सीन कोरोना वायरस का इलाज कर सकता है ?
कोरोना वायरस के इलाज के लिए अभी तक कोई भी विशिष्ट वैक्सीन नही बनि है | इस को मुमकिन करने के लिए, नैदानिक परिक्षण, स्टडीज और रिसर्च चल रही है | WHO भी पूरी सतर्कता से इस वायरस के इलाज को खोजने मे लगा है |
क्या मास्क पहन्ना आपको इन्फेक्ट होने से बचा सकता है ?
कोरोना वायरस दुनिया कि सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली वायरस बन चुकि है | अपने आप को बचने के लिए आधी प्रतिशत जनता सर्जिकल मास्क पेहेन्ने मे उतर आ गयी है | सेंटर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का यह मानना है कि मास्क्स पेहेन्ने से इन्फेक्शन का रिस्क कम करता है लेकिन इस तरीके से पूरी तरीके का सुरक्षा नही मिलता है | अपने आप को बचाने के लिए यही बेहतर है कि जब आप कोरोना वायरस से पीडित लोग से और जगहों दूर रहे |
किन लोगो मे यह वायरस ज़्यादा खतरनाक है ?
बुज़ुर्ग लोग और हाई ब्लड प्रेशर, दिल कि समस्याएं और मधुमेह के रोगियों मे यह रोग और खतरनाक रूप ले सकता है | इसके अलावा, पहले से ही किसी रोग के मरीज़ या इम्युनिटी कम होने वाले लोगो पर यह वायरस का ज़्यादा आसानी से प्रभाव पड़ता है |
क्या HIV कि वैक्सीन इस वायरस का इलाज हो सकता है ?
थाईलैंड के कुछ डॉक्टरों का मानना है कि, HIV के इलाज मे इस्तेमाल किये गए दवाओं का मिश्रण कोरोना वायरस का इलाज हो सकता है | इनके अनुसार, इस दवाई के देने के 48 घंटो मे चौका देने वाली रिकवरी देखने को मिलती है | लेकिन इस मामले को सही मानने के लिए कोई पक्का सबूत नही है |
किन चीज़ो का पालन करके आप अपने आप को सुरक्षित रख सकते है ?
हाला कि, आज तक कोई भी वैक्सीन या दवाई नही बनि है कोरोना वायरस के इलाज के लिए | WHO और CDC के अनुसार निम्नलिखित चीज़ो का पालन करके इन्फेक्शन कि रिस्क कम हो सकती है –
- अपने हाथों को कुछ समय के अंतर नियमित साफ करें। साबुन और पानी का उपयोग करें, या अल्कोहॉल आधारित सैनीटाइज़र से हाथ रगड़ें।
खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को अपनी मुड़ी हुई कोहनी या एक टिश्यू से ढक लें।
COVID-19 से पीडित लोग से या खांसी या छींकने वाले किसी से भी सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
दूर रहे |
अपनी आँखें, नाक या मुंह को न छुएं।
यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घर पर रहें। अपने बर्तन, गिलास और बीएड किसी से शेयर ना करे |
यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होती है, तो इलाज कराएं।
ज़्यादा इस्तेमाल करने वाले जगहों को नियमित तरीके से डिसइंफेक्टेंट से साफ़ करते रहे |
अगर आप बीमार है, तोह पब्लिक जगहों से दूर रहे जैसे कि स्कूल, ऑफिस आदि।
अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें।
डॉक्टर से संपर्क कब करना हैं?
कोविड – 19 के संक्रमण गंभीर होने से मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV) संक्रमण हो सकता ह। COVID-19 के लक्षण होने पर बहार निकलने का सलाह नहीं देतें यहाँ तक की मेडिकल क्लिनिक या अस्पताल भी ना जाएं। यह वायरस को फैलने से बचाने में मदद करता है। यदि आपके परिवार के किसी सदस्य में संक्रमण के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करे। यदि आपके परिवार के किसी सदस्य में संक्रमण के लक्षण दिखने पर नज़दीकी डॉक्टर से फ़ोन पर संपर्क करे, या राज्य के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
परिवर के सदस्यों में कुछ बिमारियों के अतीत आपको गंभीर COVID-19 से संक्रमित होने का संकट में रखता है। यदि आप या आपके प्रियजन में के निम्नलिखित अंतर्निहित स्थिति है, तो COVID-19 के लक्षणों के लिए अतिरिक्त सतर्क रहे, जैसे के-
- अस्थमा या अन्य स्वास सम्बंधित की बीमारी (रेस्पिरेटरी डिसीजेस)
- मधुमेह (डायबिटीज)
- दिल की बीमारी (हार्ट डिसीजेस)
- कम प्रतिरक्षा प्रणाली (लौ इम्युनिटी)
ऐसे मामलों में खास सावधानी बरतना ज़रूरी है।
यदि आपके पास COVID-19 के चेतावनी संकेत हैं, तो आपातकालीन चिकित्सा पे ध्यान देने की सलाह दिया जाता है। इसमें शामिल है:
- स्वास लेने मे तकलीफ
- छाती में दर्द या दबाव
- नीले रंग का होंठ या चेहरा
- भ्रम की स्थिति
- उनींदापन या तंद्रा (जागने में असमर्थता)
इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रोकथाम रणनीतियों को गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है। सुरक्षा निर्देशों का पालन करते हुए अच्छी स्वच्छता का अभ्यास करना, और अपने दोस्तों और परिवार को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना इसके प्रसार को रोकने में एक महत्वपूर्ण रास्ता तय करेगा।