वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो शरारत भी तेरी थी, गर थी कोइ बेवफाई, तो वो बेवफाई भी तेरी थी, हम छोड़ गए तेरा शहर, तो वो हिदायत भी तेरी थी, आखिर करते तो किससे करते तेरी शिकायत, वो शहर भी तेरा था, और वो अदालत भी तेरी थी | Post author:EvenBro Post published:March 27, 2021 Post category:Shayari / Uncategorized Post comments:0 Comments You Might Also Like कोई दीवाना कहता है-नए अंदाज़ में – कुमार विश्वास March 17, 2021 तुझे भूलना तो चाहा Tujhe Bhoolna Toh Chaaha Hindi Lyrics – Jubin Nautiyal April 6, 2021 जरूरत है तो बस खुद सवाल करने की March 18, 2021 Leave a Reply Cancel reply