जरूरत है तो बस खुद सवाल करने की

जरूरत है तो बस खुद सवाल करने की

पिछले बहुत दिनों से मैं कोशिश कर रहा हूँ कि खुद को समझो खुद के बारे में जानू खुद से बात करू अपने दिमाग को समझो कि वह क्या निर्देश दे रहा है सही और गलत में कैसे फर्क पहचान हर जो अच्छी चीज है जिसको हम करना चाहते हैं उसके ऊपर नकारात्मकता भारी पड़ जाती है और जिससे हम उससे पीछे हट जाते हैं कुछ पल के लिए तो जिस चीज को हम सोचते हैं उसका उत्तर हमें तुरंत मिल जाता है लेकिन उसके तुरंत बाद नकारात्मकता हावी हो जाती है जिससे वहां से हमारा ध्यान हट जाता है और वह चीज हमें खराब लगने लगती है हम कभी अपने आपसे प्रश्न ही नहीं पूछते इस धरती पर सब कुछ इसान ने ही किया है फिर हम लोग क्यों कतराते हैं यह हम नहीं कर सकते वह हम नहीं कर सकते कल मैं एक बुक पढ़ रहा था आकर्षण का नियम उसमें अपने लक्ष्य के बारे में लिखा हुआ था अपने लक्ष्य को जितना हो सके लिखें उसका विजन बोर्ड बनाए उसके बारे में सोचे और वह सारी चीजें आज मैंने एक बुक पर लिखी उसका ग्राफ बनाया और और अपने दिमाग से प्रश्न किया कि यह चीजें मुझे चाहिए उसका उत्तर मुझे ऐसे मिला लग रहा है में रे सामने कोई खड़ा होकर उत्तर दे रहा है मैंने सबसे पहले यही पूछा कि मुझे अपने जीवन में एक बेहतर जीवन साथी चाहिए और उसका जवाब मुझे यू मिला ऐसे लग रहा है कोई बोल रहा है कि तरह-तरह की वेबसाइट हैं एप्लीकेशन है जिन पर तुम जाकर खुद की मर्जी से खोज सकते हो अपने जीवनसाथी को।

दूसरा सवाल लिया था मुझे अपनी नौकरी में प्रमोशन चाहिए बहुत जल्दी इस चीज का मुझे उत्तर ऐसे मिला जैसे कोई बोल रहा है कि तुम रात-दिन एक करके पढ़ाई कर रहे हो और आने वाले समय में तुम्हारी परीक्षा है तुम्हारी लगन और में हनत से मिस परीक्षा को पास कर लो तुम्हारा प्रमोशन हो जाएगा

तीसरा सवाल था मेरा की जरूरत के अनुसार मेरा वेतन कम है उसमें में वृद्धि चाहता हूँ।

इसका उत्तर मुझे तुरंत ही मिल गया कि अगले कुछ महीनों में हमारी पोजीशन बदल रही है जहां पर अधिक वेतन मिलेगा। इन सब चीजों को लेकर में अधेरे में था लेकिन आज इन सब चीजों पर प्रकाश पड़ गया और मेरे अंदर सकारात्मक उर्जा आ गई अब मैं जी जान से लग जाऊगा इन को पूरा करने के लिए। हम बस अपने दिमाग से सवाल नहीं करते पूछले ही नहीं हमें क्या चाहिए। सड़को पता होना चाहिए कि हम जिस चीज के बारे में सोचते हैं जो चीज हमें चाहिए और जिसके पीछे हम लग

गए उसको पूरा करने के लिए पूरा ब्रह्मांड आपके साथ हो जाता है।

किसी के अंदर ऊर्जा की कमी नहीं है लेकिन बस सबको पता नहीं चल पाता है कि इस ऊर्जा का उपयोग हम कैसे करें। अपने मस्तिष्क से हमेशा यही पूछना है कि मैं कौन हूं मैं क्या कर सकता हूं मेरे अंदर क्या विशेषता है मेरे लिए क्या आसान है इन्हीं सब सवालों को अपनी जिंदगी में लागू करके आप बहुत

आगे बढ़ सकते

धरती पर हर चीज को प्राप्त करने के लिए हर चैलेंज स्वीकार करना पड़ता है वही हम नहीं करते उससे पीछा छुडा लेते हैं और लगता है कि वह चीज हमारे किस्मत में नहीं है। हमने तो कुछ ऐसे भी आदमी देखे हैं जिनके दोनों पैर नहीं है बोलते हैं कि लगता है कि हमारे किस्मत में चलना नहीं है क्यों नहीं है आपके किस्मत में चलना बिना पैर वाले इस धरती पर सबसे तेज दौड़ रहे हैं और आपके किस्मत में चलना नहीं है दुनिया कृतिम चीज लगवा कर क्या-क्या कर दे रही है और कारण बताने वाले कारण बताते रह जाते हैं सबसे हमारा यही निवेदन है कि आप जिस क्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा लिखें सोचे पर है उसका ग्राफ बनाए उसी से सबंधित बातें करें यही सन लरीके हैं जो आपको अपने क्षेत्र में सफल बनाने में कारगर साबित हो सकते हैं। जय हिन्द

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